


अलास्का प्रायद्वीप में जबरदस्त भूकंप आया है, जिसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 7.3 मापी गई। भूकंप अलास्का प्रायद्वीप के बीचों-बीच बने पोपोफ द्वीप पर सैंड पॉइंट के पास आया, जिसका केंद्र समुद्र के अंदर करीब 36 किलोमीटर की उथली गहराई में मिला। इतने शक्तिशाली भूकंप के चलते अलास्का के भूकंप वैज्ञानिकों ने सुनामी आने की चेतावनी जारी कर दी। साथ ही भूकंप के झटके लगने का अलर्ट भी दिया है। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी (NCS), अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (USGS) ने अलास्का में भूकंप आने की पुष्टि की।
विनाशकारी साबित हो सकती है सुनामी
भूकंप भारतीय समयानुसार आधी रात के बाद करीब 2 बजकर 7 मिनट पर और अलास्का के समयानुसार दोपहर करीब 12:30 बजे आया। मिशिगन टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी के अनुसार, 7 से 8 के बीच की तीव्रता वाले भूकंप विनाशकारी और तबाही मचाने वाले साबित होते हैं। इसलिए तटीय अलास्का के कुछ इलाकों में सुनामी आने की चेतावनी जारी हुई है। हालांकि एक घंटे बाद लोगों चेतावनी को अलर्ट में बदलकर लोगों को सतर्क रहने और सेफ्टी प्रोटोकॉल का पालन करने को कहा गया है, लेकिन फिर भी अलास्का के मौसम विज्ञानी और अमेरिका के भूकंप विज्ञानी संभावित खतरे का अनुमान लगाने का प्रयास कर रहे हैं।
खतरनाक होते हैं उथली गहराई के भूकंप
अमेरिका भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (USGS) की रिपोर्ट के अनुसार, उथली गहराई में आने वाले भूकंप ज्यादा खतरनाक होते हैं। क्योंकि उथली गहराई में आए भूकंप की तरंगें धरती तक बहुत जल्द पहुंचती हैं, जिससे धरती ज्यादा हिलती है और सड़कों में दरारें आने, इमारतों के ढहने का खतरा बढ़ जाता है। अलास्का में सैंड प्वाइंट में जो भूकंप आया, वह प्रशांत और नॉर्थ अमेरिका प्लेटों के बीच सबडक्शन जोन इंटरफेस पर या उसके आस-पास थ्रस्ट फॉल्टिंग के कारण आया।
इन इलाकों के लाेगों को किया गया सतर्क
सुनामी का अलर्ट तटीय क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को कवर करता है, जिनमें कोडियाक भी शामिल हैं, जिनकी आबादी करीब 5200 है। इन लोगों को समुद्र से दूर जाने कहा गया है। भूकंप से सबसे पहले सैंड पॉइंट प्रभावित हुआ, जो अल्यूशियन माउंटेन रेंज में पोपोफ द्वीप पर बसा करीब 580 की आबादी वाला दूरस्थ गांव है। करीब 4100 की आबादी वाले मछली पकड़ने वाले शहर उनालास्का के लोगों को समुद्र तल से कम से कम 50 फीट ऊपर और कम से कम एक मील अंदर जाने को कहा गया है।